होम अन्य खबरें भारत में क्यों सफल नहीं हो पा रही नेटफ्लिक्स

भारत में क्यों सफल नहीं हो पा रही नेटफ्लिक्स

भारत में क्यों सफल नहीं हो पा रही नेटफ्लिक्स

India 24×7 News: भारत के ग्राहकों ने हमें निराश किया है” रीड हेस्टिंग्स का ये बयान दुनिया की सबसे बड़ी स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स (Netflix) की भारतीय बाजार में असफलता को दर्शाता है। नेटफ्लिक्स के सीईओ का ये बयान उनके झुंझलाहट को दर्शाता है। अब सवाल ये उठता है की आखिर दुनिया भर में डंका बजाता नेटफ्लिक्स भारत जैसे मार्केट में क्यों फेल हो गया? आज के इस लेख में हम इसी पर बात करेंगे।

भारत एक बहुत बड़ा बाजार है, 2015-16 में जियो के आने के बाद देश में डाटा यूसेज बहुत तेजी से बढ़ा और नई ऊंचाइयां छू रहा है। जब डेटा सस्ता हुआ तो ऑनलाइन स्ट्रीमिंग का भी दौर बढ़ गया खासकर कोविड महामारी आने के बाद ये और नई ऊंचाइयां छू रहा है। लेकिन ऐसा क्या हुआ कि कोरोना काल में भी नेटफ्लिक्स भारत में अपने पैर नहीं जमा पाया है।

1997 में 1000 से कम डीवीडी से शुरुआत करने वाली नेटफ्लिक्स के आज 22 करोड़ 18 लाख सब्सक्रिप्शन बेस्ड दर्शक है, जिसमें भारतीय ग्राहक सिर्फ 55 लाख है। 2016 की जनवरी से नेटफ्लिक्स भारत में अपनी सेवाएं दे रही है लेकिन सफलता अभी तक हासिल नहीं हुई है। समय के साथ इस समस्या को नेटफ्लिक्स ने भी काउंटर करने का प्रयास किया है, दुनिया में हर जगह सबसे ज्यादा चार्ज करने वाली नेटफ्लिक्स भारत में सबसे कम पैसे लेती है, लेकिन फिर भी आंकड़े उसके पक्ष में नहीं जा रहें।


अपने मोबाइल पर हमारी एप्प डाउनलोड करें

कहीं आप होटल या फ्लाइट के लिए ज़्यादा पैसा तो नहीं दे रहे, यहाँ देखें


भारत में फिलहाल डिज़्नी+हॉटस्टार के साढ़े 4 करोड़ से भी ज्यादा सब्स्क्राइबर हैं वहीं नेटफ़्लिक्स के साथ महज 55 लाख से कुछ ज़्यादा लोग जुड़े हैं। अमेजन प्राइम के पास भी लगभग 2 करोड़ सब्स्क्राइबर्स हैं। वहीं कॉन्टेंट के मामले में 2021 में सबसे ज़्यादा देखे गए स्ट्रीम हुए 10 शोज में एक भी नेटफ़्लिक्स पर मौजूद नहीं है। सेक्रेड गेम्स जैसे हिट शो से शुरू करने वाली नेटफ्लिक्स 6 सालों में ही कंटेंट और सब्सक्रिप्शन दोनों में हॉटस्टार और प्राइम जैसे प्लेटफार्म से बुरी तरह मात खा गई है।

इसका मुख्य कारण नेटफ्लिक्स का सब्सक्रिप्शन मॉडल ही है, भारत जैसे प्राइस सेंसिटिव देश में नेटफ्लिक्स ने भले अपने प्लान्स को सस्ता किया हो लेकिन उसके महीने के 649 के सामने हॉटस्टार का साल का सब्सक्रिप्शन आ जाता है। नेटफ्लिक्स पर 7,500 सालाना खर्चने के बजाय लोग हॉटस्टार और प्राइम पर इतने ही पैसों में 4 साल का सब्सक्रिप्शन ले रहे हैं।

नेटफ्लिक्स की असफलता का एक और कारण है कंटेंट। जी हां कंटेंट, नेटफ्लिक्स के पास विदेशी हिट कंटेंट तो ढेरों है लेकिन जमीन से जुड़ा देशी कंटेंट नहीं है। वहीं अमेजन प्राइम और हॉटस्टार की बात करें तो ये जमीन से जुड़े भारतीय कंटेंट पर ज्यादा ध्यान देते हैं। एक अन्य कारण सब्सक्रिप्शन से मिलने वाले बेनिफिट्स भी है। नेटफ्लिक्स जहां सिर्फ फिल्म और वेब शोज मिलते हैं। उससे कम पैसों में प्राइम फिल्में, शोज, म्यूजिक, ऑडियो बुक, फ्री डिलीवरी जैसी सेवा प्रदान करता है। हॉटस्टार फिल्म, शोज, डेली शॉप के अलावा क्रिकेट, कबड्डी जैसे लोकप्रिय खेलों का भी प्रसारण किया जाता है।

इन सभी के अंत में ये कहा जाए की नेटफ्लिक्स को भारतीय बाजार की समझ बढ़ाने और गुणवत्ता सामग्री (क्वालिटी कंटेंट) के साथ साथ सामग्री की विविधता (वैरायटी ऑफ कंटेंट) पर भी ध्यान आकर्षित करने की खासा जरूरत है।

Advertisement
पिछला लेख‘द ग्रेट खली’ भाजपा में शामिल
अगला लेखपंजाब मुख्यमंत्री चन्नी ने केजरीवाल पर लगे गंभीर आरोपों की जांच की मांग की

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें