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पुलिस ने कैसे पकड़े इतने जमाती एक साथ

Jamaati

उत्तराखंड पुलिस की सख्ती और सूझबूझ से एक साथ बहुत सारे जमाती पकड़ने में कामयाबी मिली। झारखंड के लिए यह एक बहुत बड़ी राहत है। ज्ञात रहे कि निजामुद्दीन मरकज़ जमाती देश के विभिन हिस्सों में जाकर गायब हो गए। इनमे से बहुत से जमाती निजामुद्दीन मरकज़ में ही कोरोना वायरस के शिकार हो चुके थे। देश भर की राज्य सरकारें इनकी तलाश में जुटती हुई हैं।

24 घंटे की दी थी मोहल्लत

तीन दिन पहले वहां की पुलिस ने अपील की थी की जो भी दिल्ली में निजामुद्दीन मर्कज़ में शामिल हुए थे वह 24 घंटे में सामने आ जाएं नहीं तो पुलिस उनके खिलाफ “हत्या की कोशिश” का मामला दर्ज करेगी और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

उत्तराखंड पुलिस को मिली कामयाबी

पुलिस की अपील असर जल्द सामने आया और 180 तब्लीगी जमातिओं ने बाहर निकल कर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। उत्तराखंड की जनता और पुलिस के लिए यह एक बड़ी राहत की बात है लेकिन अभी 2 जमाती गायब है। पुलिस ने दोनों जमातिओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और उनकी खोज तेजी से जारी है।

उत्तराखंड में कोरोना वायरस के अब तक 31 मामले सामने आये है जिनमे से 4 लोग ठीक हो चुके हैं।

मरकज़ जमाती देश के लिए एक बड़ी समस्या बने

निजामुद्दीन मर्कज़ में हज़ारों जमातिओं का इकठा होना और फिर गायब हो जाना देश के लिए एक बहुत बड़ी समस्या बन गया है। देश में कोरोना वायरस के एक तिहाई मामले जमातियों के हैं। देश के विभिन भागों से अलग अलग राज्य की सरकारों ने तब्लीगी समाज के सदस्यों और उनसे सम्पर्क में आए करीब 25000 लोगो को क्वारंटीन किया है।

देश में कोरोना वायरस के अब तक 5000 से ज़्यादा मामले सामने आए हैं। आने वाले दिनों में यह संख्या और ना बढ़े इसके लिए पुख्ता इंतज़ाम किये जा रहे हैं।

मुस्लिम संगठन ने उच्चतम न्यालय में दाखिल की याचिका

एक मुस्लिम संगठन “जमीयत उलेमा ऐ हिन्द” ने उच्चतम न्यालय में मीडिया की रिपोर्टिंग के खिलाफ एक जनहित याचिका दाखिल की है। ने मीडिया पर गैर ज़िम्मेदाराना रिपोर्टिंग करने का इलज़ाम लगाया है। संगठन के वकील एजाज़ मकबूल ने कहा “इस मुद्दे को साम्प्रदायिक रंग देने और पूरे मुस्लिम समुदाय को बदनाम करने की मीडिया की कार्रवाई देशभर में मुसलमानो के जीवन और स्वतंत्रता के लिए एक गंभीर खतरा पैदा करती है। यह संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत गरिमा के साथ जीने के अधिकार का भी उलंघन है।” उन्होंने कहा कि मीडिया के लोगों ने इस घटना को मुसलमानो के खिलाफ हथियार बना किया है।

लॉक डाउन आगे बढ़ाने पर विचार

भारत सरकार लॉक डाउन आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है। सरकार ने सभी राज्यों अपने सुझाव सामने रखने को कहा है। संभावना यह भी है की कुछ क्लस्टर जहां अधिक मामले रिपोर्ट हो रहें हैं उनको सील कर दिया जाए और जहां यह संख्या रुक गई है या कम हो रही है उन इलाकों को कुछ दिन के लिए आंशिक रूप से खोल दिया जाए।

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