प्रीतम: पिछले 24 घंटों में रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच हंगरी के बुडापेस्ट से फंसे हुए भारतीय नागरिकों को लेकर कुल तीन उड़ानों ने उड़ाने भरी गई है। इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन गंगा रखा गया है।
इस निकासी अभियान के अंतर्गत पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया से बड़े पैमाने पर वहां फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाना निश्चित किया गया है। इन देशों में यूक्रेन के साथ सीमा पर शिविर भी लगाए गए हैं।
अभी तक 240 भारतीय नागरिकों के साथ ऑपरेशन गंगा की तीसरी उड़ान ने बुडापेस्ट से दिल्ली के लिए उड़ान भरी है।
बुडापेस्ट से दूसरी फ्लाइट शनिवार को 250 भारतीय नागरिकों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुई।
219 भारतीय नागरिकों के साथ मुंबई के लिए पहली उड़ान ने भी रोमानिया से उड़ान भरी थी।
ऑपरेशन गंगा के अंतर्गत विमानों की उड़ान भरते ही भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा की “यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने के संबंध में, हम प्रगति कर रहे हैं। हमारी टीमें चौबीसों घंटे जमीन पर काम कर रही हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहा हूं।”
इसके अलावा, यूक्रेन में भारतीय दूतावास युद्धग्रस्त देश के विभिन्न हिस्सों से फंसे भारतीय नागरिकों को बचा रहा है और उन्हें इन चार देशों के साथ सीमाओं पर भेज रहा है जहां भारतीय अधिकारी उनके सीमा पार करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
इसके अलावा, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने रूस द्वारा तीव्र बमबारी के बीच फंसे हुए भारतीय छात्रों के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा बनाए गए अस्थायी बम आश्रयों की एक सूची साझा की है।
दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी करते हुए बताया कि यूक्रेन मार्शल लॉ के तहत है, जिससे आवाजाही मुश्किल हो गई है।