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गुजरात के मुद्रा पोर्ट ड्रग्स मामले में एनआईए को बड़ी कामयाबी, दो बड़े कारोबारियों की गिरफ्तारी

Containers on port

देश में ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में एनआईए ने एक साथ 20 जगहों पर छापेमारी की है। इस तलाशी अभियान में दिल्ली में 14, गुजरात में 2, पंजाब में 1 और पश्चिम बंगाल में 3 जगहों पर तलाशी अभियान चलाया गया। यह कार्रवाई पिछले साल सितंबर में गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से जब्त की गई करीब 3,000 किलोग्राम हेरोइन के मामले में की गई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में दो बड़े कारोबारियों को भी गिरफ्तार किया है। 

Agency: देश में ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में एनआईए ने एक साथ 20 जगहों पर छापेमारी की है। इस तलाशी अभियान में दिल्ली में 14, गुजरात में 2, पंजाब में 1 और पश्चिम बंगाल में 3 जगहों पर तलाशी अभियान चलाया गया। यह कार्रवाई पिछले साल सितंबर में गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से जब्त की गई करीब 3,000 किलोग्राम हेरोइन के मामले में की गई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में दो बड़े कारोबारियों को भी गिरफ्तार किया है। 

एनआईए ने ये छापेमारी 24 अगस्त को की थी। इस मामले में अफगानिस्तान से समुद्र के रास्ते ड्रग्स की कथित तौर पर तस्करी करके भारत लाया गया था। उसके लिए आयातित सामान के जरिए दवाएं भारत लाई गईं। इस मामले में अब तक की जांच और तलाशी के दौरान मिले सबूतों के आधार पर दो लोगों की संलिप्तता का खुलासा हुआ। एनआईए ने आज दोनों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार लोगों में दिल्ली निवासी हरप्रीत सिंह तलवार उर्फ ​​कबीर तलवार और प्रिंस शर्मा शामिल हैं।

गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी एक अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी नेटवर्क का हिस्सा हैं। यह समूह व्यावसायिक स्तर पर बड़ी मात्रा में अफगानिस्तान निर्मित हेरोइन की भारत में तस्करी करता है। भारत में हेरोइन का आयात अर्ध-प्रसंस्कृत तालक, बिटुमिनस कोयले आदि के रूप में किया जाता है। पिछले साल 13 सितंबर 2021 को गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर भी इसी तरह का सामान जब्त किया गया था। पूरी खेप को डीआरआई ने जब्त कर लिया है।

आरोपी ने नकली कंपनियों के जरिए नशीला पदार्थ आयात किया था। हेरोइन के शुद्धिकरण में कई अफगान भी शामिल पाए गए। ये सभी लोग दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में सक्रिय थे। आरोपी इस हेरोइन को आगे भी भेज रहे थे। एनआईए के एक करीबी सूत्र का कहना है कि ड्रग वितरण और अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों तक पहुंचने के लिए आपूर्ति श्रृंखला और मनी लॉन्ड्रिंग को उजागर करने के लिए मामले में आगे की जांच जारी रहेगी। जबकि एजेंसी आतंकवाद के लिए इस पूरे नेटवर्क की फंडिंग और आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से इसके संबंधों की भी जांच कर रही है।


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