उत्तराखंड कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के बेटे अभिषेक के इस्तीफे देने के बाद अब प्रदेश कांग्रेस कमिटी से पिथौरागढ़ के विधायक मयूख महर ने भी इस्तीफा दे दिया है। जहाँ अभिषेक ने अपने इस्तीफे का कारण पीसीसी सदस्य चयन में वरिष्ठ और जनाधार वाले नेताओं की अनदेखी को बताया है वहीँ मयूख महर ने अपने इस्तीफे के बाद कहा की विधायकों को पीसीसी में पद देकर अन्य कार्यकर्ताओं का हक मारा जा रहा है। बहराल इन इस्तीफों के बाद उत्तराखंड कांग्रेस में खलबली मची हुई है।
अपने इस्तीफे के बाद उत्तराखंड के युवा नेता अभिषेक का कहना था की पीसीसी की लिस्ट जारी होने के बाद उत्तराखंड में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता नाराज हो गए थे। मैं इस्तीफा इसलिए दे रहा हूँ की कांग्रेस परिवार को कोई नुकसान न हो और मेरी जगह किसी वरिष्ठ और जनाधार वाले नेता को नामित कर दिया जाए।
वही इस्तीफे पर विधायक मयूख महर का कहना है की उनको किसी से कोई नाराजगी नहीं है लेकिन जब पीसीसी की बैठक में पहले ही ये तय हो चूका है की एक व्यक्ति एक पद के फॉर्मूले पर ही पार्टी को आगे बढ़ाया जाएगा तो फिर विधायकों को पीसीसी में पद देकर अन्य कार्यकर्ताओं का हक क्यों मारा जा रहा है।
उन्होंने कहा की यदि पार्टी नए लोगो को मौका देती है तो वो आगे अन्य चार और लोगो को भी पार्टी से जोड़ेंगे। उत्तराखंड कांग्रेस ने अभी दो दिन पहले ही पीसीसी की लिस्ट जारी करी थी जिसके बाद बताया जा रहा है कि इसके बाद से कई नेता नाराज चल रहे है। ऐसी भी अटकले लगायी जा रही हैं की अभिषेक और मयूख महर के इस्तीफे