प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकों द्वारा लॉकडाउन का पालन करने के लिए धन्यवाद देते हुए लॉकडाउन को 3 मई बढ़ाने की घोषणा की। लॉकडाउन के बावजूद भारत में कोरोना संक्रमण में तेज़ी से वृद्धि हुई है जिस वजह से लॉकडाउन को बढ़ाना पड़ रहा है।
जैसा की इंडिया 24×7 न्यूज़ ने पहले ही खुलासा कर दिया था की लॉक डाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाया जायेगा, लेकिन इसे 3 मई तक बढ़ाने के कारण थे 1 मई को मज़दूर दिवस होने की वजह से छुट्टी रहती है, 2 मई को शनिवार और 3 मई को रविवार होने की वजह से पहले से ही छुट्टी है। इसलिए लॉकडाउन 30 अप्रैल की जगह 3 मई तक बढ़ाया गया है।
भारत में अब तक 2 लाख टेस्ट किए जा चुके हैं, संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 10,000 के पार कर चुकी है।
नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा की उन्होंने कहा की आने वाले दिनों में इस लॉक डाउन का और सख्ती से पालन किया जाएगा। उन्होंने उन क्षत्रों में रियायत देने की बात कही जहां संक्रमण के मामले नहीं होंगे या बढ़ने नहीं देंगे। प्रधानमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा की यदि उस क्षेत्र में संक्रमण के मामले फिर से पाए जाते हैं तो सभी छूट तुरंत खत्म कर दी जाएगी।
उन्होंने जानता से 7 विषयों पर सहयोग करने कहा:
- आरोग्य सेतु एप्प से जुड़ें
- अपने घर के बुज़ुर्गों का जिन्हें पहले से किसी तरह का कोई रोग है उनका विशेष ध्यान रखें
- अपने कामगारों को नौकरी से न निकालें
- गरीबों का सहयोग करें, उनके खान पान की व्यवस्था करें
- लॉक डाउन का पालन करें, सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइन का पालन करें और अपनी इम्युनिटी मज़बूत रखें।
- घर में बने कवर या मास्क का इस्तेमाल करें
- कोरोना योद्धाओं का आदर करें
कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने देशवासिओं से अपने अपने घरों में रहने कि की अपील।
कोरोना संकट में डॉक्टर्स, सफाईकर्मियों, पुलिस सहित सरकारी अधिकारियों के डटे रहने से बड़ी “देशभक्ति” कोई नहीं है। हम एकता, अनुशासन और आत्मबल के भाव से कोरोना को परास्त करेंगे। धैर्य एवं संयम के लिए देशवासियों का धन्यवाद।
राहुल गांधी ने भी एक दिन पहले ट्वीट किया
राहुल गांधी ने भी एक दिन पहले ट्वीट किया, ‘पूरे देश के लिए एक जैसा लॉकडाउन करने से करोड़ों किसानों, प्रवासी कामगारों, दिहाड़ी मजदूरों और कारोबार मालिकों को ऐसी तकलीफें झेलनी पड़ रही है जिन्हें बयां नहीं किया जा सकता.’ उन्होंने ये भी कहा की इस स्थिति में बड़ी अक्लमंदी से सुधार होना चाहिए. बड़े पैमाने पर जांच के माध्यम से ज्यादा प्रभावित इलाकों को चिन्हित करके अलग किया जाए और दूसरे इलाकों में कारोबार को धीरे-धीरे खुलने दिया जाए.