आज एक प्रेस विज्ञप्ति द्वारा ग्रह मंत्रालय द्वारा लॉकडाउन 4 की घोषणा कर दी गयी है। केंद्रीय कैबिनेट सचिव 9 बजे सभी राज्य के सचिवों से बातचीत कर पूरी जानकारी देंगे।
जहां सभी नागरिक तथा व्यवसाई कामकाज खोले जाने की उम्मीद से लॉकडाउन 4 की घोषणा का इंतज़ार कर रहे थे वहीं राज्य सरकारें भी राजस्व कि कमी के चलते बाज़ारों तथा फ़ैक्टरिओं को चालू करने के लिए आतुर हैं।
इस घोषणा में जो अच्छी बात निकल कर आयी है वह ये है की राज्य सरकारों को अपने राज्य में रेड, ऑरेंज तथा ग्रीन ज़ोन का फैसला लेने की इजाज़त दी गई है। यानी अब राज्य सरकारें समय समय पर ये फैसला क्र पाएंगी की किस क्षेत्र को रेड या ऑरेंज या ग्रीन ज़ोन में रखना है।
दुकानों तथा बाज़ारों को खेलने के बारे में भी राज्य सरकारें फैसला ले पाएंगी लेकिन केंद्र सरकार से इसकी इजाज़त लेनी पड़ेगी।
एक और बड़ा फैसला लिए गया है की पुरे ज़िले की गतिविधिओं पर रोक न लगाकर केवल कन्टेनमेंट ज़ोन को ही सील किया जायेगा।
- क्या क्या नहीं खुलेगा
- पूजा स्थल, माल, रेस्तरां नहीं खुलेंगे
- हवाई सेवाएं, ट्रेन, मेट्रो नहीं चलेंगी
- स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे
- किसी भी तरह की सभाओं की इजाज़त नहीं होगी जैसे की राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक सभाएं तथा अन्य कार्यक्रम
- तम्बाकू, गुटका, पान तथा शराब सार्वजनिक सथानो पर प्रतिबंधित रहेंगे
क्या क्या इजाज़त दी गयी है
- अंतर्राज्यीय बसों तथा यात्री वाहनों के इज्जाजत दी गई है लेकिन उसके लिए राज्यों की आपसी सहमति आवश्यक होगी
- स्टेडियम, तथा खेल परिसर शुरू किये जा सकेंगे लेकिन दर्शकों की इजाज़त नहीं होगी
- स्वास्थकर्मी, डॉक्टर, तथा इनसे जुड़े अन्य पेशेवर लोग एक राज्य से दूसरे राज्य जा सकेंगे
- भरे या खालो कार्गो तथा ट्रकों की आवाजाही बेरोकटोक जारी रहेगी
- मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार के लिए केवल 20 लोगों को ही अनुमति होगी
- शादी के लिए 50 लोगों की ही अनुमति होगी
- कन्टोन्मेंट ज़ोन में ज़रूरी सेवाओं की इजाज़त होगी
- होम डिलीवरी के लिए रेस्टोरेंट होटल की रसोई की इजाज़त होगी
- दुकाने तथा बाज़ार खोलने के बारे में राज्य सरकारें फैसले लेंगी लेकिन केंद्र सरकार से इसकी इजाज़त लेनी पड़ेगी
सभी राज्य सरकारें केंद्र द्वारा जारी घोषणा की समीक्षा कर रही हैं आशा की जा रही है की सभी राज्य सरकारें अपने राज्य से सम्बंधित फैसले कल शाम तक ले लेंगे। आशा है कि मंगलवार या बुधवार से बहुत से छोटे व्यापार शुरू हो सकेंगे।