तिरुवनंतपुरम के ग्रीनफील्ड स्टेडियम में आज भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन टी-20 मैचों की सीरीज का पहला मैच खेलेगी। इस सीरीज के बाद टीम को ऑस्ट्रेलिया में विश्व कप के लिए रवाना होना है। टी -20 क्रिकेट में डेथ ओवर में गेंदबाज़ी टीम इंडिया के लिए अबूझ पहेली बन कर रह गयी है। खुद कप्तान रोहित शर्मा का मानना है कि डेथ ओवर में गेंदबाज़ी में सुधर की जरुरत है। पिछली सीरीज में दीपक चाहर को मौका नहीं मिला लेकिन रोटेशन प्रणाली के चलते इस सीरीज में वो खेल सकते हैं। अर्शदीप सिंह से भी स्लॉग ओवर में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी जो बुमराह का साथ देंगे।
इस सीरीज में हार्दिक पंड्या और भुवनेश्वर कुमार नहीं खेल रहे हैं जिनकी कमी भारतीय टीम को खलेगी। इन दोनों को विश्व कप से पहले आराम दिया गया है। मोहम्मद शमी भी कोरोना संक्रमण के चलते टीम के साथ नहीं हैं। रोहित पहले ही कह चुके हैं की विश्व कप से पहले वो सभी खिलाडियों को मौका देंगे इसके चलते आर अश्विन को प्लेइंग एलेवेन में उतारा जा सकता है।
बल्लेबाज़ी में के.एल.राहुल का प्रदर्शन भारतीय टीम के लिए चिंता का विषय हो सकता है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली सीरीज में भी उनका बल्ला नहीं चल पाया था। उसकी भरपाई वो इस सीरीज में अपने प्रदर्शन चाहेंगे। विराट कोहली और रोहित शर्मा फॉर्म में हैं लेकिन राहुल को भी तेज गति से रन बनाने पड़ेंगे। दिनेश कार्तिकको ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में सिर्फ आठ बाल खेलने के लिए मिली थी उन्हें पिच पर अधिक समय देने की जरुरत है। श्रेयस अय्यर को दीपक हुडा की जगह उतारा जा सकता है क्योंकि दीपक हुडा अपनी कमर की चोट के चलते खेल नहीं सकेंगे।
दक्षिण अफ्रीका आज तक भारत में कोई सीरीज नहीं हारा है। पिछले सात साल के दौरान दोनों टीमों के बीच तीन सीरीज खेली गयी जिनमे से एक सीरीज दक्षिण अफ्रीका ने जीती बाकी दोनों सीरीज ड्रा रही। भारतीय टीम इस बार यह रिकार्ड तोडना चाहेगी। मैच के दौरान पिच के सपाट रहने की सम्भावना है ऐसी स्थति में जो टीम टॉस जीतेगी वो पहले गेंदबाज़ी करना पसंद करेगी