यूक्रेन पर बुधवार को आपेक्षित हमले के चलते भारत ने भी अपने नागरिकों से अस्थायी तौर पर यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी है। ऐसा कहा जा रहा है बुधवार को रूस उक्रैन पर हमला कर सकता है।
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने भारतोय नागरिकों से कहा है कि वे यूक्रेन में अपने ठिकाने के बारे में दूतावास को कानकारो देते रहे ताकि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें सहायता मुहैया कराई जा सके।
भारत के अलावा 18 अन्य राष्ट्र संयुक्त राज्य अमेरिका, जर्मनी, इटली, ब्रिटेन, आयरलैंड, बेल्जियम, लक्ज़मबर्ग, नीदरलैंड, कनाडा, नॉर्वे, एस्टोनिया, लिथुआनिया, बुल्गारिया, स्लोवेनिया, ऑस्ट्रेलिया, जापान, इज़राइल, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात होने देहसवासिओं को यूक्रेन छोड़ने की सलाह दे चुके है।

हालांकि रूस हमले करने से इंकार का चुका है लेकिन यूक्रेन के आसपास रूसी फौजों के एक बड़ा जमावड़ा देखा जा सकता। यूक्रेन के आसपास 150 मील तक रूसी टैंक, मिसाइल और एक लाख से अधिक फौजें देखि जा सकती हैं। दूसरी तरफ अमेरिका ने भी किसी भी स्तिथि से निपटने के लिए अपनी फौजें तैयार कर रखी हैं। शनिवार को पुतिन से फोन पर बातचीत के दौरान बाइडेन साफ़ शब्दों में कह दिया था कि यदि रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो रूस उसके परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे।
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