डोमिनोज़ को अपनी साख बचानी मुश्किल हुई
इंडिया 24×7 न्यूज़ के लिए देवेश और दिनेश की रिपोर्ट:
सोशल मीडिया पर अच्छे बुरे इलज़ाम लगते रहे हैं, जबकि इसका गलत इस्तेमाल, फेक अकाउंट से धोखा धड़ी और सैनिक अधिकारिओं का हनी ट्रैप जैसे बेजा इस्तेमाल भी होते रहे हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों में इसी सोशल मीडिया से कुछ गरीब या कमज़ोर लोगों को सहायता कर इंसानियत की मिस्साल भी कायम की है।
आपको याद होगा की दिल्ली में ही एक बुज़ुर्ग दम्पति जो “बाबा का ढाबा” नाम से व्यवसाय कर रहा था लॉक डाउन के चलते उनका ढाबा चलना बंद हो गया जिसकी वजह से दूसरों को खाना खिलाने वाले बुज़ुर्ग पति पत्नी खुद खाने को मोहताज हो गए थे। इस बाबत जब वीडियो वायरल हुआ तो बहुत से लोग सहायता के लिए सामने आए और आज दोनों बुज़ुर्ग पति पत्नी सकून से भोजन खा पा रहे हैं।
ऐसा ही एक वाक्या हाल ही में दिल्ली में फिर हुआ। दिल्ली के ईस्ट पटेल नगर मार्किट में एक दिन एक बुज़ुर्ग सरदार जी डोमिनोज़ के सामने बैठे नज़र आए। पास जाने पर देख तो उनकी छाती पर एक कागज़ चिपका था जिसपर लिखा था “डोमिनोज़ किराया दो”।
किसी ने वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर डाल दिया। सोशल मीडिया पर वीडियो तेज़ी से वायरल हुआ। डोमिनोज़ ने अपनी साख बचाने के लिए अगले दिन ही पैसा सरदारजी के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया।
क्या था असली मामला ?
दिल्ली एक ईस्ट पटेल नगर में एक सिख परिवार रहता है। निहायत शरीफ परिवार जो किसी तरह का झगड़ा फसाद पसंद नहीं करता। इन्होने 25 साल पहले अपनी निचली मंज़िल की एक दुकान किराए पर दी थी। कुछ समय पहले तक सबकुछ ठीक ठाक चल रहा था। लेकिन शायद डोमिनोज़ पिज़्ज़ा की ईस्ट पटेल नगर मार्किट ब्रांच के मालिक के दिमाग में कुछ और ही पक रहा था।
तीन साल पहले इस ब्रांच के मालिक ने बिल्डिंग के मालिक गुरदीप सिंह को किराया देना बंद कर दिया। हर महीने कुछ न कुछ बहाना बनाया जाता रहा। बुज़ुर्ग गुरदीप सिंह किराया मांगते रहे लेकिन किसी न किसी वजह से उन्हें हर महीने टाल दिया जाता था। बहस या लड़ाई झगड़ा न करने वाले इस परिवार ने आपस में सलाह मशवरा किया तो आईडिया आया।
अगले दिन गुरदीप सिंह डोमिनोज़ शॉप के बाहर बैठ गए। छाती पर एक कागज़ चिपका था जिसपर लिखा था “डोमिनोज़ किराया दो” और साथ ही खड़ी एक कार पर एक बैनर लगा था जिसपर लिखा था
डोमिनोज़ पिज़्ज़ा
सालों से किराया बाकी
बूढ़े मालिकों के साथ धोखा
किराये के नाम पर केवल मीटिंग और कहानियां
आईडिया काम कर गया, आते जाते लोग चर्चा करने लगे। लोगों की आदत है वीडियो बनाने की, किसी भले मानस ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर दाल दिया।
कहते हैं जिसका कोई नहीं उसका भगवान् होता है। तो देखिए कैसे भगववान ने इस बुज़ुर्ग की सहायता की।
दिल्ली में गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के चुनाव होने वाले हैं ,सभी सिख नेता जोरशोर से लगे हुए हैं, एक तरफ DSGPC पूर्व अध्यक्ष मंजीत सिंह GK तो दूसरी तरफ वर्तमान अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा जोरों शोरों से चुनाव जीतने की तयारी में लगे हैं। लेकिन इन दोनों में से किसी ने भी इस परिवार के घर जाकर बात नहीं की। लोगों ने जब इस वीडियो को वायरल किया तो मजबूरन इन् दोनों ने भी अपने फवेबूक पर यह वीडियो डाला। वीडियो इतना वायरल हुआ की डोमिनोज़ पिज़्ज़ा को अपनी साख बचानी मुश्किल हो गई।
इंडिया 24×7 न्यूज़ की टीम जब गुरदीप सिंह से मिलने उनके घर पहुंची तो डोमिनोज़ के स्टाफ में खलबली मच गई। गुरदीप सिंह से बात करने पर पता चला की उनका किराया उन्हें मिल गया है। उन्होंने बताया की वो इस बात को यहीं ख़तम करना चाहते हैं। इस परिवार ने 3 साल किराया ने मिलने के बावजूद भी अपने किराएदार के खिलाफ कुछ भी बोलने से परहेज़ किया।
हमारी जानकारों के अनुसार जब डोमिनोज़ की इज़्ज़त पर बन आई तो उन्होंने ने गुरदीप सिंह के बैंक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर दिया। अभी भी शायद पूरा पैसा नहीं मिला है और ना ही नया एग्रीमेंट साइन हुआ है।
हमने डोमिनोज़ के रेस्टोरेंट मैनेजर राकेश से बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कुछ बताने से इंकार कर दिया, उन्होंने कहा की मुख्य ऐसी कोई खबर नहीं है। उन्होंने उलटे हमसे सवाल किया की उनका नंबर हमे कहाँ से मिला। उन्होंने कहा की मुख्य ऐसी कोई खबर नहीं है।