डेंगू एक वायरल बीमारी है जो मच्छरों से फैलती है। डेंगू मच्छर (एडीज) घर के अंदर छोटे कंटेनरों में साफ पानी में अपने अंडे देता है। जो 7 से 10 दिन में मच्छर बन जाता है और अगर काट ले तो डेंगू का कारण बनता है। इसलिए यदि घर या कार्य स्थल में दुकान,कारखाना, कार्यालय और आसपास साफ पानी है तो उसे बंद कर देना चाहिए।
साफ पानी में अंडे देने के बाद एडीज मच्छर पानी में कोण बनाकर उल्टा तैर जाता है। इस मच्छर को “टाइगर मच्छर” के नाम से जाना जाता है।
शरीर के पृष्ठीय भाग पर सफेद और काले धब्बों के साथ रंग काला होता है जो डेंगू की बीमारी फैलाता है। इसकी उड़ान क्षमता कम होती है, लगभग 100 मीटर, यह मच्छर घर या कार्यस्थल पर पानी के जलाशयों में अंडे देता है। डेंगू के लक्षण मच्छर के काटने से वायरस के आने के सात से दस दिन बाद दिखाई देते हैं।
सीमेंट टैंक, सीढ़ी टैंक के नीचे, सिंटेक्स टैंक, बैरल, बैरल, टायर, बिन दुबली आदि। स्क्रैप, एवियरी, प्लेट के नीचे प्लांट ट्रफ, फ्रीजर के पीछे ट्रे, मटला, सजावटी फव्वारा, आगसी, छज्जा में एकत्रित बारिश का पानी, बारिश के बाद एडीज मच्छर अपने अंडे स्थिर और सीमित स्वच्छ पानी में देते हैं। ऐसी जगह पर मच्छर पनप सकते हैं।
सभी जल भंडारण कंटेनरों को वायुरोधी रखा जाना चाहिए। नल में पानी जाने के बाद, इसे पूरी तरह से खाली कर देना चाहिए। फ्रीजर के पीछे की ट्रे को साफ करने के लिए हर तीसरे दिन वाटर कूलर, एयर कूलर। बारिश रुकने के बाद उनके नीचे रखे प्लांट ट्रफ/प्लेटों में बचा हुआ पानी खाली कर दें। चिड़ियाघर को बेवजह न भरें, अंदर से रगड़ कर साफ करें। अगासी, छज्जे में पानी न भरने की सावधानी बरतने से डेंगू को फैलने से रोका जा सकता है।