सहायता करने वाले सिख पर भी उठाया सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष पीएम् राहत फण्ड का आजीवन ट्रस्टी?
पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ट्विटर हैंडल @iArmySupporter ने एक अपने ट्वीट से सबको चौंका दिया। पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने ट्वीट करके कहा “70 सालो के बाद पता चला कि कांग्रेस का अध्यक्ष PM राहत फंड का आजीवन ट्रस्टी होता है चाहे सरकार किसी की भी रहे??” हालांकि उन्होंने अपने ब्यान के बाद ?? लगा दिए हैं लेकिन इस सवालिया निशाँ को नज़रअंदाज़ करते हुए कांग्रेस के खिलाफ टिप्णिया करना और उनके इस ट्वीट को शै करना शुरू कर दिया है। पिछले 24 घंटों में 2500 बार शेयर किया गया है और 8400 बार लाइक किया गया है।

क्या है सचाई पुष्पेंद्र कुश्रेलष्ठ के ट्वीट की?
हमने पीएम् राष्ट्रीय राहत कोष की भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर उनके इस ट्वीट की छानबीन की। भारत सरकार के अनुसार प्रधानमंत्री इस ट्रस्ट का अध्यक्ष होता है और उनके पास ही सभी अधिकार होते हैं। प्रधानमंत्री के सचिव ही इसकी देखरेख करते हैं। हालांकि सरकार की वेबसाइट पर सदस्यों की कोई जानकारी नहीं दी गई लेकिन कहा जाता है भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष इस ट्रस्ट का सदस्य होता है। इस ट्रस्ट की शुरुआत तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 1948 में की थी। इस ट्रस्ट का उद्देश्य पाकिस्तान से आए विस्थापितों की सार्वजनिक योगदान से सहायता करना था।
इस ट्रस्ट के जो सदस्य नियुक्त किये गए थे वे हैं: भारत के प्रधानमंत्री, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष, उपप्रधानमंत्री, वित्तमंत्री और टाटा ट्रस्ट से एक प्रतिनिधि। पुष्पेंद्र कुश्रेलष्ठ के ट्वीट पर प्रतिक्रिओं की बाढ़ सी आ गयी और लोग कांग्रेस को कोसने लगे। कुछ लोग तो यहां तक कहने लगे की इसे बदलना चाहिए कांग्रेस इसमें से पैसा खा जाएगी जबकि सचाई यह है की इस फण्ड का पैसा प्रधानमंत्री की अनुमति के बिना इस्तेमाल नहीं किया जा सकता
PM Care Fund पर उठते सवाल
कल जारी पुष्पेंद्र कुश्रेलष्ठ के इस ट्वीट ने भाजपा को फायदा देने की जगह प्रधानमंत्री द्वारा PM Care Fund पर उठते सवालों को बल दिया है। बहुत से विरोधी प्रधानमंत्री द्वारा PM Care Fund बनाये जाने पर सवाल उठा रहे थे। उनका मानना है की जब प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा फण्ड PMNRF मौजूद है तो नया PM केयर फण्ड क्यों बनाया ? क्या प्रधानमंत्री इस पैसे का इस्तेमाल कांग्रेस की जानकारी के बगैर करना चाहते हैं? कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने प्रधानमंत्री से मांग की कि पीएम केयर फण्ड का सारा पैसा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा फण्ड में स्थान्तरित किया जाए।
PM Care Fund यानी की ‘Prime Minister’s Citizen Assistance and Relief in Emergency Situations Fund’ प्रधान मंत्री नागरिक सहायता और आपातकालीन निधि राहत कोष। भारत के प्रधानमंत्री इस ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं। रक्षा मंत्री, ग्रह मंत्री तथा वित् मंत्री इसके सदस्य हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री द्वारा तीन अन्य सदस्य मनोनीत किए जा सकते हैं।
पारदर्शिता की कमी
पारदर्शिता रखने के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) में मुख्य विपक्षी दल का एक सदस्य रखना चाहिए था जो की नहीं किया गया और वही गलती भाजपा सरकार ने भी दोहराई है। यही कारण है की PMNRF के होते हुए पीएम् केयर फण्ड बनाये जाने पर सवाल उठ रहे हैं। आपको बता दें की प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) में मार्च 2019 तक बैंक 4867996410 रुपए नगद, 250 करोड़ रुपए की एफडी के रूप में पड़े हैं और 1310 करोड़ रुपए का लोन दिया गया है।
सहायता करने वाले सिख पर भी उठाया सवाल
ट्वीट में पुष्पेंद्र कुश्रेलष्ठ ने सिख पर भी सवाल उठाया
जहां पूरा देश और दुनिया इस कठिन घडी में सिखों द्वारा चलाये जा रहे राहत कार्यों की सराहना कर रहे हैं वहीं भाजपा का वाले पुष्पेंद्र कुश्रेलष्ठ ने एक सिख पर टिपण्णी “मकान बेचकर शाहीनबाग में 101 दिन तक बिरयानी खिलाने वाले सरदारजी को लॉकडाउन में कहीं किसी ने गरीब को लंगर या खाना बांटते देखा क्या..?” पुष्पेंद्र द्वारा कांग्रेस पर की गई टिप्पणियां और भाजपा या प्रधानमंत्री का गुणगान समझ में आता है, हो सकता है भविष्य में उन्हें पार्टी से कहीं का टिकट मिल भी जाए लेकिन उन्हें सिखों पर की गई इस तरह की टिप्पणियों से बचना चाहिए।
