भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष रोहन गुप्ता ने मोदी सरकार पर संक्रमण रोक पाने में असफल का आरोप लगया है।
कोरोना ट्रैकर नामक वेबसाइट का हवाला देते हुए रोहन ने कहा कि कोरोना संक्रमितों की विश्व सूची में भारत दावें स्थान पर पहुंच गया है। उन्होंने यह जानकारी अपने ट्वीट के ज़रिए दी और कोरोना ट्रैकर नामक वेबसाइट का स्क्रीनशॉट भी सांझा किया।
रोहन गुप्ता का यह ट्वीट तब आया जब मोदी भक्त और भाजपा नेता डॉक्टर हर्षवर्धन को विश्व स्वास्थ्य संगठन का अध्यक्ष बनाये जाने को भारत में मोदी सरकार की कोरोना से लड़ाई की सफलता से जोड़ रहे हैं।
भाजपा कार्यकर्ता और मोदीभक्त डॉक्टर हर्षवर्धन को विश्व स्वास्थ्य संगठन का अध्यक्ष बनाये जाने पर तर्क दे रहे हैं कि भारत को यह पद इसलिए दिया गया है की भारत कोरोना से लड़ने में कामयाब रहा है इसलिए सभी देश चाहते हैं की भारत इस संकट के समय में विश्व अगुवाई करे।
क्या है सचाई
लेकिन सचाई कुछ और ही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का पद नियमित आवर्तन यानी की रोटेशन से दिया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की 6 क्षेत्रीय समितियां हैं – अफ्रीका, अमेरिका, दक्षिण पूर्व एशिया, यूरोप, पूर्वी भूमध्यसागर, तथा वेस्टर्न पैसिफिक।
इस बार विश्व स्वास्थ्य संगठन की कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष पद के लिए दक्षिण पूर्व एशिया की बारी थी। दक्षिण पूर्व एशिया समिति ने एक वर्ष पूर्व यह पद भारत को देने का फैसला किया था, उस समय तक कोरोना वायरस (COVID19) का दूर दूर तक कोई आता पता नहीं था।
इसलिए जो लोग भारत को विश्व स्वास्थ्य संगठन अध्यक्ष पद मिलने पर इसे नरेंद्र मोदी की सफलता बता रहे हैं वह या तो खुद सचाई नहीं जानते या फिर जनता को बेवकूफ बना रहे हैं।
कोरोना के भारत में बढ़ते कदम
भारत में कोरोना तेज़ी से अपने पैर फैला रहा है। तेज़ी से फैलने वाला यह वायरस अपना शिकंजा भारत के केंद्र शासित प्रदेशों सहित 35 राज्यों में फैला चुका है। केवल दो केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप और दमन दिउ ही ही इस वायरस से अछूते हैं।
इस वायरस ने जहां महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात और दिल्ली में अपना कहर बरपा रखा है वहीं दूसरे राज्यों में भी यह फैलता जा रहा है। लेकिन जिस तेज़ी से प्रवासी श्रमिक बिहार और उत्तर प्रदेश अपने घरों की और रेल व् पैदल निकल पड़े हैं उसे देखकर लगता है आने वाले दिनों में बिहार में यह तेज़ी से फ़ैल सकता है।
बिहार में इस संकर्म के तेज़ी से फैलने का डर इसलिए है क्योंकि एक तो श्रमिक सोशल डिस्टन्सिंग का बिल्कुल भी पालन नहीं कर रहे हैं दूसरे बिहार में टेस्टिंग जिस स्तर पर होनी चाहिए थी उस स्तर पर नहीं हो रही हैं जिसकी वजह से सरकार यह नहीं जान पा रही कि कौन कौन और कहाँ कहाँ संक्रमित है, इन्ही वजहों से बिहार एक बड़े संक्रमित राज्य बनने की और बढ़ रहा है।
इंडिया 24×7 न्यूज़ का कि आने वाले 1 महीने में भारत में संक्रमण के 2.5 से 3 लाख नए मामले आएंगे। हो सकता है भारत कोरोना संक्रमण की विश्व सूची में आने वाले कुछ हफ्तों में 10वें से 9वें स्थान पर पहुंच जाए।