उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज महिलाओ के लिए आयोजित विशेष सत्र को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा की कन्या सुमंगला, उज्ज्वला, मातृ वंदना, स्वामित्व योजना और मिशन शक्ति जैसी प्रदेश सरकार के योजनाओ से प्रदेश की महिलाएं सशक्त और स्वावलंबी हुई हैं।मुख्यमंत्री ने कहा जिस तरह उत्तर प्रदेश विधानमंडल के ये दोनों सत्र महिलाओ को समर्पित रहे यह कार्यवाही सम्पूर्ण देश के सामने उदाहरण बनेगी। उन्होंने कहा की जब से देश आजाद हुआ है तब से लेकर आज तक देश के विकास में नारी शक्ति का बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने बताया की प्रदेश सरकार बेटी के जन्म से लेकर उसके विवाह तक अनेक योजनाए संचालित कर रही है। उन्होंने बताया कन्या सुमंगला योजना का लाभ 13.67 लाख बेटियों को मिल रहा है। वहीँ 31.50 लाख महिलाओं को निराश्रित महिला पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है।
महिला सुरक्षा को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा प्रदेश में 10,417 नई महिला पुलिस बीट बनाई गई है और 1584 पुलिस थानों में महिला हेल्प डेस्क बनाई गई है। बेटियों की सुरक्षा के लिए 2017 में सरकार बनने के बाद 3195 एंटी रोमियो स्क्वॉएड बनाया गया। महिला अपराधों में हुई कमी के बारे में बात करते हुए एनसीआरबी के आंकड़ों के हवाला देते हुए उन्होंने कहा महिला एवं बाल अपराध के 32 मामलों में अपराधियों को मौत की सजा दिलाई गई है। 10 वर्ष से अधिक सजा पाने वाले 1191 हैं। 1323 अपराधियों को आजीवन कारावास हुआ। 10 वर्ष से कम सजा पाने वाले 3420 अपराधी हैं जबकि 4751 को जिला बदर किया गया। उन्होंने कहा कि बीते 5 साल में बलात्कार में 32 प्रतिशत, अपहरण में 29, शीलभंग में 25 और दहेज हत्या के मामलों में 12 प्रतिशत कमी आई है।
अंत में मुख्यमंत्री ने विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना से महिलाओ को नियमों में ना बांधने की और समय का प्रतिबन्ध न लगाए जाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा की पुरुष विधायकों के शोर के नीचे महिलाओं की आवाज दब जाती थी, लेकिन आज महिलाओं को बोलने दें और उन्हें ध्यान से सुनें।