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हरे रंग की बींस खाने से होते हैं शरीर को ये स्‍वास्‍थ्‍य लाभ

बीन्स हरे रंग की फलियां होती हैं। आप इन्हें पैक में, ताजा या सूखा हुआ भी खरीद सकते हैं। पोषण से भरपूर बींस में प्रोटीन तथा घुलनशील फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है तथा साथ ही साथ वसा कम होता है। बीन्स वसा से मुक्त होने के कारण मानव स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषक तत्वों का अच्छा स्त्रोत होता है विशेष रूप से विटामिन्स तथा खनिज का जब भी सामान्य पोषक आहार लिया जाता है जिसमें बीन्स का उपयोग किया गया हो तो यह हृदय के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है तथा यह वजन को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है।

आप सलाद लें या स्टाटर्स, सूप से लेकर बर्गर टिक्की तक हर जगह बीन्स (फलियाँ) किसी न किसी रूप में आपको नज़र आ जाएँगी। सूखी व हरी दोनों ही प्रकार की बीन्स भोजन का एक आवश्यक व पौष्टिक हिस्सा हैं। होम्योपैथिक दवाओं में भी बीन्स बहुत काम आती है।

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बीन्स की हरी पौध सब्जी के रूप में खायी जाती है तथा सुखा कर इसे राजमा, लोबिया इत्यादि के रूप में खाया जाता है। अमेरिका तथा अफ्रीका के कुछ भाग में तो बीन्स को प्रोटीन का मुख्य स्रोत माना जाता है। हरी बीन्स या सामान्य भाषा में फ्रेंच बीन्स में मुख्यत: पानी, प्रोटीन, कुछ मात्रा में वसा तथा कैल्सियम, फास्फोरस, आयरन, कैरोटीन, थायमीन, राइबोफ्लेविन, नियासीन, विटामिन सी आदि तरह के मिनरल और विटामिन मौजूद होते हैं। राइबोफ्लेविन को विटामिन बीर के नाम से ज़्यादा जाना जाता है, विटामिन बीर शरीर की कोशिकीय प्रक्रियाओं के लिए बहुत ही आवश्यक घटक है।

बीन्स विटामिन बी२ का मुख्य खोत होते हैं। प्रति सौ ग्राम फ्रेंच बीन्स से तकरीबन २६ कैलोरी मिलती है। राजमा में यही सब ज़्यादा मात्रा में पाया जाता है इसलिए प्रति सौ ग्राम राजमा से ३४७ कैलोरी मिलती है। बीन्स सोल्युबल फाईबर का अच्छा स्रोत होते हैं और इस कारण ह्रदय रोगियों के लिए बहुत ही फ़ायदेमंद हैं। ऐसा माना जाता है कि एक कप पका हुआ बीन्स रोज़ खाने से रक्त में कोलेस्टेरोल की मात्रा ६ हफ्ते में १० प्रतिशत कम हो सकती है और इससे ह्रदयाघात का खतरा भी ४० प्रतिशत तक कम हो सकता है।

बीन्स में सोडियम की मात्रा कम तथा पोटेशियम, कैल्सियम व मेग्नीशियम की मात्रा अधिक होती है और लवणों का इस प्रकार का सम सेहत के लिए लाभदायक है। इससे रक्तचाप नहीं बढ़ता तथा ह्रदयाघात का खतरा टल सकता है।

हरी बीन्स में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो डायबिटीज को बढ़ने से रोकते हैं. इसमें पर्याप्त मात्रा में डायट्री फाइबर्स और कार्बोहाइड्रेट्स पाए जाते हैं. मधुमेह के मरीजों के लिए इसे आदर्श सब्जी माना जाता है.

 हड्डियों की मजबूती के लिए बीन्स में कैल्शियम पाया जाता है, जो हड्डियों के क्षरण को रोकता है. इसके अलावा इसमें मौजूद

विटामिन ए, के और सिलिकॉन भी हड्डियों के लिए फायदेमंद होते हैं. इन पोषक तत्वों की कमी होने पर हड्डियां कमजोर हो जाती हैं.

हरी बीन्स में पर्याप्त मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जिससे इम्यून सिस्टम बेहतर बनता है. ये कोशिकाओं की क्षति को ठीक करके नई कोशिकाओं के बनने को प्रोत्साहित करता है.

आंखों के स्वास्थ्य के लिए हरी बीन्स में कैरोटीनॉएड्स मौजूद होते हैं जो आंखों के अंदरूनी हिस्से के तनाव को कम करने का काम करते हैं. इसके अलावा इसमें मौजूद कई तरह के लवणों से आंखों की रोशनी भी बेहतर बनती है.

 कोलोन कैंसर से बचाव के लिए हर रोज हरी बीन्स के सेवन से एक खास किस्म के कोलोन कैंसर के होने का खतरा कम हो जाता है.

दिल से जुड़ी बीमारियों के लिए फ्लेवेनॉएड्स की मौजूदगी की वजह से बीन्स दिल के लिए भी काफी फायदेमंद होते हैं. इनके नियमित सेवन से दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का ख कम हो जाता जमने देते.

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