जैसे-जैसे गुजरात विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे कुछ मुद्दों पर सियासत भी गरमा गरमी माहोल जमा है। बीजेपी इस बार ऐतिहासिक 150 से ज्यादा सीटें जीतने का सपना देख रही है। कांग्रेस के लिए भी यह कठिन चढ़ाई है। क्योंकि, AIMIM कांग्रेस की पारंपरिक लघुमती सीटे तोड सकती है और बीजेपी को इसका फायदा मिल सकता है। एआईएमआईएम के प्रेसिडन्टअसदुद्दीन ओवैसी हंमेशा से बीजेपी के खिलाफ रहे है। लेकीन AIMIM गुजरात में गेम चेंजर साबित हो सकती है।क्योंकि, AIMIM गुजरात की सभी मुस्लिम प्रभावित सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। तब एआईएमआईएम के उम्मीदवार सीट पर अल्पसंख्यक वोटों को विभाजित कर सकते हैं। यह संभावनाओं से भरा है। इस तरह का चुनाव अहमदाबाद एएमसी में भी देखने को मिला है, जिसमे लघुमती सीटो पर असर पडा हो, जबकि इसी तरह गुजरात विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल सकता है। गुजरात में असदुद्दीन ओवैसी के दौरे भी एक के बाद एक हो रहे हैं। इससे पहले ओवैसी ने जब गुजरात का दौरा किया था तब गुजरात, अहमदाबाद के जुहापुरा समेत कुछ इलाकों में उनके खिलाफ नारेबाजी हुई थी। तब बीजेपी भी चाहती है कि एआईएमआईएम इस तरह से विभिन्न सीटों पर चुनाव लड़े। ओवैसी को उनके गुजरात दौरे के दौरान सुरक्षा भी मुहैया कराई जा रही है। ओवैसी को पुलिस सुरक्षा समेत वीवीआईपी जैसी सुविधाएं भी दी जा रही हैं। खासतौर पर ओवैसी की हर बैठक को पुलिस सुरक्षा के साथ इजाजत भी मिल रही है। खासकर एआईएमआईएम और आम आदमी पार्टी के आने से कांग्रेस वोटों के और टूटने की संभावना है। हालांकि शहरी इलाकों में आम आदमी पार्टी बीजेपी के लिए एक और बड़ी चुनौती है। हालांकि, सबसे ज्यादा कांग्रेस के वोट टूटने की संभावना है।
गुजरात की सभी मुस्लिम प्रभावित सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी AIMIM !
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